परनीत को हराने का दम मेरे अलावा और किसी में नहीं : मालविन्द्र

पटियाला: मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा पटियाला लोकसभा सीट पर विजय यकीनी होने का दावा किए जाने पर चंद घंटे बाद विधानसभा चुनाव दौरान अकाली दल में शामिल हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के भाई राजा मालविन्द्र सिंह ने इस सीट पर अपना दावा फिर पेश करते हुए बताया कि इस बार एम.पी. पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर को हराने की समर्थता उनके अलावा किसी और में नहीं है।

मालविन्दर सिंह ने कहा कि उनकी राजनैतिक समझ के मुताबिक परनीत कौर को हराने के लिए अकाली दल के पास उनके इलावा ओर कोई मज़बूत उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को लेकर दिसम्बर महीने में लोक संपर्क मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से बात की थी। तब उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें उम्मीदवार बनाना है तो फिर उन्हें 15 जनवरी, 2013 तक इस बारे में स्पष्ट तौर पर बताया जाए ताकि वह तैयारी शुरू कर सकें, पर न तो मजीठिया और न ही दोनों बादलों में से किसी ने अब तक कोई बात की है।

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वह अब भी चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं परन्तु टिकट प्राप्त करन के लिए बादल के पास जाने की जगह वह घर बैठे ही बादलों से आशा करते हैं कि उनसे जो वायदा किया गया था, वे पूरा करेंगे क्योंकि ख़ुद बादल ने उन्हें कहा था कि राजनीति में सक्रियता के साथ विचरने की जगह वह केवल सामाजिक गतिविधियों तक सीमित रहें। उन्होंने कहा कि जो बादल ने मुझे कहा था, मैंने वही किया और आशा करता हूँ कि बादल भी अब अपनी बात पर खरे उतरेंगे।

जब पूछा गया कि यदि अकाली दल ने टिकट न दी तो क्या वह परनीत कौर की मदद करेंगे तो उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाये वे परनीत कौर की मदद कभी नहीं करेंगे क्योंकि जो उन्होंने उनके साथ किया वह उसे कभी नहीं भुला सकते। मालविन्दर सिंह ने यह भी कहा कि बादल यदि चाहते हैं कि वे अकाली दल छोड़ दें परन्तु वे अकाली दल के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उनका कांग्रेस में वापस जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उधर आज हुए ज़िला स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री की आमद पर राजा मालविन्दर सिंह को एक बार फिर न बुलाया गया। सरकार बनने के बाद अब तक उन्हें अनदेखा ही किया जाता रहा है। राजा मालविन्दर सिंह इस बात से ख़फ़ा हैं कि उन्हें कभी भी न्योता नहीं भेजा जा रहा जबकि वह अकाली दल के साथ पक्के तौर पर जुड़े हुए हैं।

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